क्या आप जानते हो? बॉलीवुड के 1980-90 के दशक के मशहूर संगीतकार बप्पी लहरी जो की बॉलीवुड के पहले रॉकस्टार गायक रहे हैं। बप्पी लहरी बॉलीवुड के सबसे मशहूर कलाकार भी रहे हैं। तो क्या आप जानते हो मशहूर बॉलीवुड रॉकस्टार बप्पी लाहिड़ी के बारे में।तो चलिए जानते हैं इनके बारे में:-
1980-90 के दशक में बॉलीवुड के सबसे मशहूर रॉकस्टार बप्पी लहरी सबसे पहले रॉकस्टार थे इनकी गाने इतने मशहूर थे कि हर कोई इनकी गानों का दीवाना हो गया था। इनकी गानों की फिल्में भी काफी सुपर हिट रही थी यह बॉलीवुड के जाने-माने गायक माने जाते हैं वर्तमान में इनको सिंगर का गुरु भी कहा जाता है।
बप्पी लहरी का जन्म व परिवार
इनका जन्म पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में 27 नवम्बर 1952 में हुआ था। इनका परिवार ब्राह्मण परिवार से संबंध रखते थे। यह अपने परिवार में अकेली संतान हैं। इनके पिता का नाम अपरेश लाहिड़ी और माता का नाम बंसूरी लाहिड़ी है। इनके माता-पिता भी बंगाली गायक और संगीतकार हैं और शास्त्रीय संगीत व श्यामा संगीत से भी संबंध रखते थे।
जब बचपन का नाम आलोकेस लाहिड़ी हैं
बप्पी लोहिड़ी का पढ़ाई और करियर
बप्पा लोहड़ी को बचपन से ही संगीतकार का बहुत शौक था और यह बचपन से ही तबला बजाना सीखना शुरू कर दिया था और उन्होंने यह शिक्षा अपने स्वयं के माता-पिता से ही प्राप्त हुईं। क्योंकि इनके माता-पिता भी बंगाली गायक और संगीतकार थे।
संगीत में शिक्षा ग्रहण करने के के बाद उन्होंने पहली बंगाली फिल्म "दादू" में गाना गाया था
बप्पी लाहिडी का हिंदी फिल्मों में करियर
बप्पी लहरी को बचपन से ही बड़ा बनने का सपना था और उन्होंने अपना सपना साकार करने के लिए ही 1973 में 19 वर्ष की आयु में मुंबई चले गए जहां पर उन्हें फिल्म "नन्हा शिकारी" में गाना गाने का मौका मिल गया। लेकिन इन्हें उन्हें बॉलिवुड में असली पहचान 1975 की फिल्म “जख्मी” से मिली।इस फिल्म में उन्होंने मोहम्मद रफी और किशोर कुमार जैसे महान गायकों के साथ गाना गाया।इसके बाद तो जैसे बप्पी दा का गाना सबकी जुबान पर छाने लगा।
कुछ वर्षो बाद ही दौर आया बप्पी लाहिड़ी और मिथुन चक्रवर्ती की जोड़ी का।इस दोनों की जोड़ी ने बॉलिवुड में ऐसी धूम मचाई कि सब डांस और डिस्को म्यूजिक के दीवाने हो गए।उन्होंने मिलकर डिस्को डांसर, डांस डांस, कसम पैदा करने वाले जैसी फिल्मों को अपने गानों से ही हिट बना दिया।
बप्पी लहरी ने हिंदी सिनेमा मेरे बिना किसी छेड़छाड़ के संगीत को नई दिशा दी और उन्होंने अपनी एल्बमो में अशोक कुमार और आशा भोंसले की आवाज का बखूबी इस्तेमाल किया। एलीशा चिनॉय और उषा उथुप के साथ मिलकर कई सुपरहिट फिल्म मे गाना गाया।
कहा जाता है कि इन पर विदेशी फिल्मों के गाने के धुन चुराने का आरोप भी लगा। लेकिन इन्होंने आगे बढ़ने पर ही जोर दिया। सन 1990 के दशक में बप्पी दा ने फिल्मों से अलग होकर अपनी एल्बम में ही काम करने लगे थे।
हालांकि यह 1990 से लेकर वर्तमान तक भी फिल्मों में कई गाने गाये और एक से एक सुपरहिट गाने दिए।
बप्पी लाहिड़ी के सुपरहिट कुछ गाने
इनके कुछ सुपरहिट गाने है जो भारत के साथ ही विदेशों में भी सुपरहिट रहे हैं।सुपर डांसर (डिस्को डांसर), बॉम्बे से आया मेरा दोस्त (आप की खातिर), ऐसे जीना भी क्या जीना है (कसम पैदा करने वाले की), प्यार चाहिए मुझे जीने के लिए (मनोकामना), रात बाकी (नमक हलाल), यार बिना चैन कहां रे (साहब), ऊ ला ला ऊ ला ला (द डर्टी पिक्चर)आदि।
बप्पी लाहिड़ी का विवाह और बच्चे
बप्पी लहरी का विवाह सन 1977 में चित्रानी के साथ हुआ था इनके वर्तमान में एक बेटा और एक बेटी है। बेटे के नाम बप्पा लोहड़ी और बेटी का नाम रेमा लोहड़ी है।
बप्पी लाहिड़ी को पुरस्कार
बप्पी लहरी को अपने अनोखे अंदाज और मशहूर गायक के लिए काफी बार पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है इनको जो पुरस्कार मिले है।
1. 1982,1983,1985,1991,2018 को फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित हो चुके है।
2. मिर्ची संगीत पुरस्कार से सम्मानित भी हो चुके है।
बप्पी लाहिड़ी का फिल्मों में काम
बप्पी लोहिड़ी ने अपने कलाकारी से लोगों में जगह एक अलग ही जगह बनाई हुई थी। बप्पी लहरी ने जब से फिल्मों में कार्य करना शुरू से लेकर वर्तमान तक गायक के साथ ही अन्य रूपों में भी कार्य किया है।
बप्पी लहरी ने फिल्मों में गायक के साथ-साथ संगीतकार, अभिनेता, रिकॉर्ड निर्माता और राजनीतिक में भी कार्य का किया है।
बप्पी लोहिड़ी ने हिंदी बंगाली फिल्मों सहित करीब 140 फिल्मों में गाना गाया है और लोगों को अपनी आवाजों का मोहित (दिवाना) किया है।
बप्पी लाहिड़ी का व्यक्तित्व और पहनावा
बप्पी लोहिड़ी को सोने के गहने पहनने का काफी शौक था।इनके गले में सोने की मोटी मोटी चेने व हाथो की पांचों उंगलियों में सोने की अंगूठी हमेशा पहने रखते थे और यह अपने कपड़े जो भी पहनते थे वह एक अलग ही अंदाज में होता था और यह हमेशा रॉकस्टार की तरह दिखते थे। यह भारतीय कपड़ों के साथ साथ ही विदेशी कपड़ों में भी नजर आते थे। अब तक कपड़े ट्रैकसूट और कुर्ता पजामा होता था। के साथ ही इनको धूप हो या छांव, सर्दी हो या गर्मी हमेशा चश्मा पहनने का शौक रहता था।
उनका कहना था कि सोना मेरा भगवान है।
बप्पी लोहिड़ी के कुछ महत्वपूर्ण बातें
बप्पी लोहिड़ी से जुड़ कुछ महत्वपूर्ण बातें है।
- यह संगीत घरानों से संबंध रखते थे।इनके माता-पिता भी संगीतकार थे।
- इनका जन्म 27 सितंबर 1952 को हुआ था।
- यह मूल रूप से बंगाली थे।
- इनका बचपन का नाम अलोकेश लोहड़ी है।
- इन्होंने तीन साल की उम्र में तबला सीखना शुरू किया और तभी से संगीत की शिक्षा लेनी शुरू कर दी थी। इन्होन संगीत अपने माता-पिता से ही सीखा।
- इनका सपना था कि यह बहुत बड़े रॉकस्टार बने।
- इनको पहला गाना गाने का मौका बंगाली फिल्म "दादू" में मिला।
- 19 साल की उम्र में ही कोलकाता छोड़कर मुंबई में बॉलीवुड में गाना गाने के लिए आ गए थे।
- इन्हे 1973 में बॉलीवुड की फिल्म नन्हा शिकरी में गाना गाने का मौका मिला।
- इनको बॉलीवुड में पहचान तब मिली जब ईन्होंने 1975 में किशोर कुमार और मोहम्मद रफ़ी के साथ मिलकर फिल्म "जख्मी" में गाना गाया।
- बप्पी लाहिड़ी किशोर कुमार के रिश्तेदार थे,जिनके कारण इन्हे संगीत सिखाने के साथ ही बॉलिवुड में पैर जमाने में भी मदद की थी।
- बप्पी लोहिड़ी ने जितने भी गाने संगीतबद्ध किए, उनमें ज्यादातर किशोर कुमार और विजय बेनेडिक्ट ने गाए। बप्पी लोहिड़ी ऊषा उत्थप और अलीषा चिनॉय की आवाज को भी बेहद पसंद करते थे।
- बप्पी लोहिडी को फिल्म म्यूजिक में पॉप का मिक्सर करने का श्रेय दिया जाता है। जिससे इन्होंन बॉलीवुड की दिशा ही बदल दी थी।
- बप्पी लहरी पहले बॉलीवुड के रॉकस्टार रहे हैं।
- यह पहले गायक रहे हैं जो ज्यादा सोना-गहना पहनने और ज्यादा शौक सोने-गहने का रहा है।
- बप्पी लोहिड़ी पर विदेशी फिल्मों की धुन चुराने का भी आरोप लगा था।
- बप्पी लोहड़ी को एक दिन में सबसे ज्यादा रिकॉर्ड करने का भी श्रेय ले चुके हैं।
- बप्पी लोहिड़ी ने 'जस्टिस फॉर विडोज' नाम के स्वयं सेवी संगठन के जरिए सराहनीय कार्य किया।इसके लिए उन्हें 'हाउस ऑफ लॉर्ड्स' सम्मान से नवाजा गया।
- बप्पी लाहिड़ी इकलौते संगीतकार हैं, जिन्हें किग ऑफ पॉप माइकल जैक्सन ने मुंबई में आयोजित अपने पहले शो में बुलाया था।यह लाइव शो 1996 में आयोजित किया गया।
- बप्पी लोहिड़ी को बप्पी दा भी कहा जाता है क्योंकि यह संगीतकार के गुरु कहा जाता है। उन्होंने कई लोगो को गायक बनाया है।
बप्पी लोहिड़ी का निधन
बप्पी लोहिड़ी का 16 फरवरी 2022 को मुंबई के अस्पताल में सुबह निधन हो गया। यह काफी समय से बीमार थे। इनको कोरोना भी हो गया था।
बप्पी लोहिड़ी का अंतिम संस्कार
हैप्पी लोहरी का अंतिम संस्कार उनके बेटे के आने के बाद 17 फरवरी 2022 को करीब 11:00 बजे उनके निवास स्थान सेसंस्कार विले पार्ले के पवनहंस श्मशान भूमि में किया गया।बेटे बाप्पा ने उन्हें मुखाग्नि दी।बप्पी दा आज पंचतत्व में विलीन हो गए।
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